Welding करते समय क्या क्या ध्यान दे

Arvind Sharma
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प्रश्म 1. वैल्डिंग से सम्बन्धित सुरक्षा कितने प्रकार की होती है? वर्णन करो। उत्तर-वैल्डिंग से सम्बन्धित सुरक्षा तीन प्रकार की होती है-

  • 1. वर्कशाप की सुरक्षा (Workshop Safety)
  • 2. औजारों व यंत्रों की सुरक्षा (Tools and Equipments Safety) 
  • 3. स्वयं या निजी सुरक्षा (Self or Personal Safety) 

  वर्कशाप की सुरक्षा (Safety of Workshop) - वर्कशॉप की सुरक्षा के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए- 

 1. वर्कशाप हवादार होना चाहिए। इसमें से हवा के निकास का पूरा प्रबन्ध होना चाहिए ताकि वैल्डिंग करते समय उत्पन्न होने वाली गैसों का वर्कशाप में काम करने वालों पर बुरा प्रभाव न पड़े।
 2. रोशनी का उचित प्रबन्ध होना चाहिए। इसलिए रोशनदान तथा खिड़कियां आदि काफी मात्रा में होनी चाहिए। बिजली की रोशनी की भी फिटिंग होनी चाहिए। 
 3. वर्कशाप का फर्श शीघ्र साफ होने वाला तथा समतल होना चाहिए। यह फिसलने वाला नहीं होना चाहिए। 
 4. वर्कशाप में मशीनों की फिटिंग उचित ले-आउट पर आधारित होनी चाहिए। 
 5. वर्कशाप में पानी का प्रबन्ध होना जरूरी है 
 6. टूल तथा अन्य वस्तुएं उचित तरीके के अनुसार रखने के लिए अल्मारियां तथा टूल कप बोर्ड आदि का प्रबन्ध होना चाहिए। 
 7. वैल्डिंग शॉप में तेल, ग्रीस, पेंट तथा अन्य ज्वलनशील वस्तुएं नहीं होनी चाहिएं। इन्हें रखने के लिए अलग प्रबन्ध करना चाहिए। 
 8. वैल्डिंग के लिए अलग बूथ होने चाहिएं, जिनमें से आर्क की रोशनी बाहर न आ सके। इनकी दीवारों पर काला रंग कर देना चाहिए। 
 9. इसमें आग बुझाने वाले यंत्र (Fire Extinguishers) जरूर होने चाहिएं ताकि आवश्यकतानुसार इनके उपयोग से आग बुझाई जा सके। 
 10. वर्कशॉप में उचित स्थान पर आवश्यक वस्तुओं से भरा एक आरम्भिक सहायता का बाक्स (First aid box) रखा होना चाहिए। आवश्यकता पड़ने पर आरम्भिक डाक्टरी सहायता का भी प्रबन्ध होना चाहिए। 

 औज़ारों व यंत्रों की सुरक्षा (Safety of Tools and Equipments) - यंत्रों के बचाव के लिए निम्नलिखित सावधानियां सदा याद रखो- 

 1. यंत्र उपयोग करते समय इनके निर्माता की ओर से दिए आदेशों का हमेशा पालन करना चाहिए। 
 2. बिजली द्वारा चलने वाली मशीनों की अच्छी अर्थिंग (Earthing) का उचित प्रबन्ध करना चाहिए। 
 3. आवश्यकता से बड़े फ्यूजों (Fuses) का सप्लाई लाइन में कभी भी उपयोग न करना चाहिए। 
 4. मशीनों को ओवरलोड न करें तथा इन्हें ज्यादा गर्म न होने दें। 
 5. घिसने वाले पार्टे का उचित प्रकार की लुब्रीकेशन (Lubrication) करते रहना चाहिए। 
 6. मशीन की आवाज़ बदलने पर इसका कारण ढूंढ कर इसे दूर करने की कोशिश करो तथा किसी समझदार मिस्तरी की सहायता लो। 
 7. आक्सीजन तथा एसिटिलीन गैसें एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने के लिए ट्राली का उपयोग करना चाहिए। 
 8. गैस वैल्डिंग आरम्भ करते समय हाइड्रॉलिक बैक प्रैशर वाल्व में पानी का लैवल ठीक होने के बारे सदा निरीक्षण करना चाहिए।
 9. गैस वैल्डिंग में किसी भी धातु की वस्तु को ग्रीस या तेल के सम्पर्क में न आने दो। 
 10. गैस सिलैण्डरों को गिरने से रोकने के लिए सदा किसी वस्तु के साथ क्लैम्प या बांध कर रखना चाहिए।
 11. इलैक्ट्रोड होल्डर की इन्सुलेशन खराब न होने दो। 

 निजी सुरक्षा (Personal Safety) - निजी सुरक्षा के लिए नीचे लिखी सावधानियां हमेशा याद रखें- 


1. सभी काम को अच्छे तथा ठीक ढंग से करना चाहिए। 
2. अपना आस पास साफ-सफ़ाई रखनी चाहिए।
3. सारे टूल उचित स्थान पर तथा ठीक ढंग से रखने की ओर पूरा ध्यान दो
4. काम करते समय ठीक प्रकार के कपड़े पहनो। टाइयां तथा ढीले कपड़े कभी नहीं पहनने चाहिएं।
5. वैल्डिंग करते समय सेफ्टी शूज़ (Safety Shoes), दस्ताने तथा लैग गार्ड्स (Leg Gaurds) उपयोग करो । के
 

 6. आंखों के बचाव के लिए ऐनकें, हैण्ड स्क्रीन तथा हैलमेट आदि उपयोग करो । 
 7. कपड़े तथा शरीर की रक्षा लिए चमड़े के एप्रन (Apron) तथा स्लीव्ज (Sleeves) आदि का उपयोग करो। 
 8. वैल्डिंग खुले तथा हवादार वातावरण में करो । 
 9. तेल के टैंक, पाइप तथा डिब्बों आदि की वैल्डिंग करते समय इन्हें ज्वलनशील पदार्थों से बिल्कुल साफ कर लो। 
 10. मशीनों के साथ लगे सेफ्टी गार्ड्स सदा अपने-अपने स्थान पर फिट करके रखो। 
 11. बिजली की मशीन उपयोग करते समय इनके साथ कभी भी अपने आप को शार्ट सर्किट न होने दो। 

 आर्क वैल्डिंग करते समय एक वैल्डर को क्या-क्या सावधानियां रखनी चाहिएं ? 

आर्क वैल्डिंग में बचावा सावधानियां (Safety Precautions in Arc Welding)-आर्क वैल्डिंग करते समय लिखी सावधानियों का ध्यान 
 1. बिजली का झटका मौत का कारण बन सकता है, इसलिए बिजली की मशीनें उपयोग करते समय इन्हें अर्थ करना बहुत जरूरी है। 
 2. दस्ताने तथा कपड़े गीले नहीं होने देने चाहिएं। 
 3. फर्श गीला नहीं करना चाहिए। 
 4. मशीनों की मुरम्मत के लिए किसी समझदार मिस्तरी की सहायता लेनी चाहिए। 
 5. बिजली की सप्लाई के लिए अधिक लम्बी तारों का उपयोग कम करना चाहिए। 
 6. वैल्डिंग ट्रांसफार्मर में तेल का लैवल (Level) ठीक होना चाहिए। 
 7. मशीनों पर उनके साइज़ के अनुसार लोड डालना चाहिए। 
 8. उपयोग की जाने वाली तारों की क्षमता करंट की मात्रा के अनुसार होनी चाहिए। 
 9. केबलें जोड़ने के लिए अच्छे केबल कनैक्टर (Cable Connectors) उपयोग करने चाहिएं। 
 10. लम्बी केबलें ऊंची लटकाकर रखनी चाहिएं ताकि ये पैरों तथा गुज़रने वाली गाड़ियों के नीचे न आएं। 
 11. केबलों तीखी वस्तुओं पर घसीटना नहीं चाहिएं तथा उठाकर ले जानी चाहिएं। 
 12.केबल को तेल तथा ग्रीस आदि के सम्पर्क से बचाना चाहिए। 
 13. इलैक्ट्रोड होल्डर ठीक साइज़ तथा अच्छी इन्सुलेशन वाले उपयोग करने चाहिएं।
 14. इलैक्ट्रोड होल्डर गर्म हो जाने पर पानी में डुबो कर ठण्डा नहीं करना चाहिएं। 
 15. आर्क में से निकली रोशनी की किरणें आँखों के लिए हानिकारक होती हैं। इनसे बचाव के लिए कभी भी नंगी आंखों से आर्क को नहीं देखना चाहिए। 
 16. दूसरे वर्करों तथा पास गुजर रहे लोगों को आर्क देखने की छूट नहीं देनी चाहिए। 
 17. हैण्ड स्क्रीन तथा हैलमेट के रंगदार शीशों का चुनाव सावधानी से करना चाहिए। इन्हें खराब होने से बचाने के लिए दोनों तरफ सफेद शीशे उपयोग करने चाहिए। 
 18. स्लैग की चिपिंग करते समय ऐनकें उपयोग करनी चाहिए। 
 19. तेल ग्रीस तथा अन्य ज्वलनशील पदार्थों के समीप वैल्डिंग नहीं करनी चाहिए। 
 20. वैल्डिंग न हो रही हो तो मेन स्विच (Main Switch) बंद कर देना चाहिए। 

 गैस वैल्डिंग करते समय क्या-क्या सावधानियां रखनी चाहिएं? उत्तर- गैस वैल्डिंग में बचाव सावधानियां (Safety Precautions in Gas Welding) 

 1. वैल्डिंग करते समय या सैटिंग करते समय उपयोग की जाने वाली सावधानियों का अच्छी प्रकार से अध्ययन करो । 
 2. गैस सिलैण्डर के ऊपर आर्क जलाने की आज्ञा कभी भी भूल कर न दो । 
 3. ज्वलनशील पदार्थों के नज़दीक वैल्डिंग न करो। 
 4. तंग स्थान पर वायु आने का प्रबन्ध किए बिना वैल्डिंग न करो।
 5. सेफ्टी गौगल्ज़ (Safety Goggles) के बिना चिपिंग तथा ग्राइडिंग न करो । रायल न्यू पैट्रन फिटर शाप 
 6. सिलैण्डर नीचे गिरने से रोक कर रखो। 
 7. सिलैण्डर सेफ्टी कैप के बिना एक स्थान से दूसरे स्थान पर न ले जाओ । 
 8. वाल्व खोलने के लिए कभी भी पाइप रैंच या हथौड़े का उपयोग न करो।
 9. फ्यूज़ीबल प्लगों से कभी छेड़-छाड़ न करो। 
 10. चूड़ियां (Threads) तथा जोड़ कभी भी अधिक जोर लगा कर फिट करने की कोशिश न करो। 
 11. हौज़ पाइपों को ग्रीस तथा तेल के सम्पर्क में न आने दो। 
 12. हौज़ पर चिंगारियां न पड़ने दो तथा इन्हें गर्म वस्तुओं के साथ लगने से बचाओ। 
 13. हौज़ में सिलवटें आदि न पड़ने दो। 
 14. गैसों की लीक साबुन वाले पानी से देखो तथा ठीक करने का प्रबन्ध करो। 
 15. टार्च कभी भी रैगुलेटर पर न लटकाओ। 
 16. जब कुछ देर के लिए वैल्डिंग न करनी हो तो प्रैशर एडजस्टिंग स्क्रू ढीला कर दो। 
 17. आक्सीजन के सिलैण्डर में कभी भी कोई दूसरी गैस भरने की कोशिश करो। 
 18. एसिटिलीन गैस के सिलैण्डर हमेशा सीधे खड़े रख कर उपयोग करो। 
 19. एसिटिलीन 15 पौंड प्रति वर्ग इंच से अधिक प्रैशर पर कभी भी न पयोग करो।
 20. हाइड्रालिक बैक प्रैशर वाल्व का निरीक्षण जल्दी-जल्दी करते रहो। 
 21. वैल्डिंग टार्च की टिप साफ रखो। साफ करने के लिए सख्त तारें पयोग न करो।
 22. वैल्डिंग टार्च को ज्यादा गर्म होने से रोको । 
 23. टिपें बदलने के लिए प्लायर का उपयोग न करो। 
 24. कनैक्शन करते समय न रखो। हाथ (Hand of Threads) का ध्यान रखो।

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